भारत के 15 प्रधानमंत्री कौन है ये एक इम्पोर्टेन्ट सवाल है इंडियन के लिए। भारत के 15वें प्रधानमंत्री नरेन्द्र दामोदरदास मोदी है। नरेन्द्र दामोदरदास मोदी लगातार तीन बार भारत के प्रधानमंत्री चुने गए हैं। वह भारत के 14वें, 15वें और 16वें प्रधानमंत्री चुने गए।
भारत के 15 प्रधानमंत्री
Sl | Prime Minister | Term Start | Term End | Major Contributions & Notes |
---|---|---|---|---|
1 | Jawaharlal Nehru | 15 Aug 1947 | 27 May 1964 | भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन का नेतृत्व किया; भारत के प्रथम प्रधानमंत्री; कई आधारभूत नीतियां स्थापित कीं। |
2 | Lal Bahadur Shastri | 9 Jun 1964 | 11 Jan 1966 | हरित क्रांति और श्वेत क्रांति को बढ़ावा दिया; “जय जवान जय किसान” का नारा दिया। |
Gulzarilal Nanda (Acting) | 27 May 1964 | 9 Jun 1964 | नेहरू और शास्त्री की मृत्यु के बाद दो बार कार्यवाहक प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया। | |
Gulzarilal Nanda (Acting) | 11 Jan 1966 | 24 Jan 1966 | नेहरू और शास्त्री की मृत्यु के बाद दो बार कार्यवाहक प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया। | |
3 | Indira Gandhi | 24 Jan 1966 | 24 Mar 1977 | भारत की प्रथम महिला प्रधानमंत्री; 1971 के बांग्लादेश मुक्ति युद्ध में भारत का नेतृत्व किया। |
4 | Morarji Desai | 24 Mar 1977 | 28 Jul 1979 | आर्थिक सुधार और भ्रष्टाचार विरोधी उपायों को लागू किया गया। |
5 | Charan Singh | 28 Jul 1979 | 14 Jan 1980 | किसानों के कल्याण और कृषि नीतियों पर ध्यान केंद्रित किया गया। |
6 | Rajiv Gandhi | 31 Oct 1984 | 2 Dec 1989 | तकनीकी प्रगति और पंचायती राज सुधार लागू किये गये। |
7 | Vishwanath Pratap Singh | 2 Dec 1989 | 10 Nov 1990 | ओबीसी आरक्षण के लिए मंडल आयोग की सिफारिशें लागू की गईं। |
8 | Chandra Shekhar | 10 Nov 1990 | 21 Jun 1991 | प्रमुख आर्थिक और राजनीतिक निर्णय लिये। |
9 | P. V. Narasimha Rao | 21 Jun 1991 | 16 May 1996 | आर्थिक उदारीकरण और निजीकरण की शुरुआत की गई। |
10 | Atal Bihari Vajpayee | 16 May 1996 | 1 Jun 1996 | परमाणु नीति और बुनियादी ढांचे के विकास पर ध्यान केंद्रित करते हुए भारत का नेतृत्व किया। |
H. D. Deve Gowda | 1 Jun 1996 | 21 Apr 1997 | ग्रामीण विकास और कृषि सुधारों पर ध्यान केंद्रित किया गया। | |
11 | I. K. Gujral | 21 Apr 1997 | 19 Mar 1998 | पड़ोसी देशों के साथ बेहतर संबंधों पर केंद्रित ‘गुजराल सिद्धांत’ के लिए जाने जाते हैं। |
12 | Atal Bihari Vajpayee | 19 Mar 1998 | 22 May 2004 | प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजनाओं और आर्थिक नीतियों को क्रियान्वित किया। |
13 | Manmohan Singh | 22 May 2004 | 26 May 2014 | आर्थिक सुधारों और अमेरिका के साथ परमाणु समझौते के लिए उल्लेखनीय। |
14 | Narendra Modi | 26 May 2014 | Incumbent | स्वच्छ भारत, मेक इन इंडिया और डिजिटल इंडिया जैसी पहल शुरू की गईं। |
Table of Contents
भारत के प्रथम (1st) प्रधानमंत्री
भारत का पहला प्राइम मिनिस्टर थे जवाहरलाल नेहरू। जवाहरलाल नेहरू लगातार चार बार भारत के प्रधानमंत्री भी चुने गए। भारत के पहले प्रधानमंत्री, पंडित जवाहरलाल नेहरू, ने 15 अगस्त 1947 को स्वतंत्र भारत के पहले प्रधानमंत्री का पद संभाला। उनका कार्यकाल 27 मई 1964 तक चला, जिसमें उन्होंने देश को कई महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए। नेहरू का योगदान स्वतंत्रता संग्राम में अद्वितीय था; उन्होंने महात्मा गांधी के साथ मिलकर भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन का नेतृत्व किया और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रमुख नेता बने।
भारत के द्वितीय (2nd) प्रधानमंत्री
लाल बहादुर शास्त्री स्वतंत्र भारत के दूसरे प्रधानमंत्री थे। जवाहरलाल नेहरू की मृत्यु के बाद गुलजारीलाल नंदा कार्यवाहक कैबिनेट मंत्री थे। और उसके बाद लाल बहादुर शास्त्री प्रधानमंत्री बने। लाल बहादुर शास्त्री, भारत के द्वितीय प्रधानमंत्री, का जीवन संघर्ष, सादगी और ईमानदारी का प्रतीक है। उनका जन्म 2 अक्टूबर 1904 को उत्तर प्रदेश के मुगलसराय में हुआ था। उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और ‘जय जवान, जय किसान’ का नारा दिया। शास्त्री जी के कार्यकाल में हरित क्रांति और दुग्ध क्रांति जैसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम आरंभ हुए, जिनसे देश की खाद्य सुरक्षा मजबूत हुई। उनकी मृत्यु 11 जनवरी 1966 को ताशकंद में हुई, लेकिन उनके आदर्श और मूल्य आज भी जीवित हैं।
भारत के तीसरे (3th) प्रधानमंत्री
भारत के तृतीय प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का जीवन, शिक्षा, और करियर भारतीय राजनीति का एक महत्वपूर्ण अध्याय है। भारत के तृतीय प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का जन्म 19 नवंबर 1917 को इलाहाबाद, उत्तर प्रदेश में हुआ था। उनका पूरा नाम इंदिरा प्रियदर्शिनी नेहरू था। उनके पिता, पंडित जवाहरलाल नेहरू, स्वतंत्र भारत के प्रथम प्रधानमंत्री थे, और उनकी माता, कमला नेहरू, एक प्रभावशाली स्वतंत्रता सेनानी थीं।
भारत के चौथे (4th) प्रधानमंत्री
मोरारजी देसाई, भारत के चौथे प्रधानमंत्री, का जन्म 29 फरवरी 1896 को गुजरात के भदेली गांव में हुआ था। उनकी शिक्षा गुजरात और मुंबई में हुई, जहाँ उन्होंने विल्सन कॉलेज से स्नातक किया। देसाई ने स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय भागीदारी निभाई और महात्मा गांधी के विचारों से प्रेरित होकर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल हुए। प्रधानमंत्री के रूप में, उन्होंने आर्थिक सुधार, विदेशी नीति में बदलाव और भ्रष्टाचार विरोधी कदम उठाए। उनका जीवन और योगदान भारतीय राजनीति में आज भी महत्वपूर्ण स्थान रखता है।
भारत के पांचवें (5th) प्रधानमंत्री
चरण सिंह भारत के पांचवें (5th) प्रधानमंत्री थे। चरण सिंह का जन्म 23 दिसंबर 1902 को उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में हुआ था। भारतीय राजनीति में उनका योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण रहा है। उनके नेतृत्व में किसानों और ग्रामीण समुदायों के कल्याण के लिए कई महत्वपूर्ण नीतियाँ लागू की गईं। चरण सिंह ने न्यूनतम समर्थन मूल्य, कृषि ऋण, और भूमि सुधार कानून जैसे कदम उठाए। उनके कार्यकाल ने कृषि उत्पादन में वृद्धि और किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार किया। चरण सिंह की नीतियों का प्रभाव आज भी भारतीय कृषि और राजनीति में देखा जा सकता है।
भारत के छठे (6th) प्रधानमंत्री
राजीव गांधी भारत के छठे (6th) प्रधानमंत्री थे। राजीव गांधी का जन्म 20 अगस्त 1944 को मुंबई में हुआ था और वे भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के पोते और इंदिरा गांधी के पुत्र थे। उन्होंने दून स्कूल, इम्पीरियल कॉलेज और कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से शिक्षा प्राप्त की। संजय गांधी की मृत्यु के बाद, उन्होंने 1980 में राजनीति में प्रवेश किया और 1984 में प्रधानमंत्री बने। राजीव गांधी ने सूचना प्रौद्योगिकी और दूरसंचार क्षेत्र में क्रांति लाई और पंचायती राज संस्थाओं को सशक्त बनाया। 21 मई 1991 को उनकी हत्या कर दी गई। उनकी विरासत और योगदान आज भी भारतीय राजनीति में महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं।
भारत के सातवें (7th) प्रधानमंत्री
भारत के सातवें प्रधानमंत्री विश्वनाथ प्रताप सिंह का जन्म 25 जून 1931 को उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद जिले में हुआ था। उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत कांग्रेस पार्टी से की और धीरे-धीरे राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाई। उनके कार्यकाल का सबसे महत्वपूर्ण निर्णय मंडल कमीशन की सिफारिशें लागू करना था, जिसने सामाजिक न्याय को एक नई दिशा दी। उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ कठोर कदम उठाए और कश्मीर में उग्रवाद का सामना किया। उनके द्वारा किए गए निर्णय और नीतियाँ आज भी भारतीय राजनीति और समाज में गहरे प्रभाव छोड़ती हैं।
भारत के आठवें (8th) प्रधानमंत्री
चंद्रशेखर भारत के आठवें (8th) प्रधानमंत्री थे। चंद्रशेखर का जन्म 1 जुलाई 1927 को उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के इब्राहीमपट्टी गांव में हुआ था। एक साधारण किसान परिवार में जन्मे चंद्रशेखर ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में स्नातक की डिग्री प्राप्त की। उन्होंने प्रजा सोशलिस्ट पार्टी से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की और बाद में इंडियन नेशनल कांग्रेस में शामिल हुए। चंद्रशेखर 1990-1991 तक भारत के आठवें प्रधानमंत्री रहे। उनके कार्यकाल में कई महत्वपूर्ण आर्थिक और राजनीतिक निर्णय लिए गए। चंद्रशेखर का निधन 2007 में हुआ, लेकिन उनकी विरासत आज भी जीवित है।
भारत के नौवें (9th) प्रधानमंत्री
पी. वी. नरसिम्हा राव भारत के नौवें प्रधानमंत्री थे जिनका जन्म 28 जून 1921 को आंध्र प्रदेश के करीमनगर जिले में हुआ था। उन्होंने उस्मानिया और नागपुर विश्वविद्यालय से शिक्षा प्राप्त की और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की। वे गृह, रक्षा, और विदेश मंत्रालयों के प्रमुख रहे। प्रधानमंत्री के रूप में 1991 से 1996 के दौरान, उन्होंने भारतीय अर्थव्यवस्था में उदारीकरण और निजीकरण के महत्वपूर्ण सुधार किए, जिससे भारत की वैश्विक स्थिति मजबूत हुई। उनकी विद्वता और नेतृत्व ने भारतीय राजनीति और अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
भारत के दसवें (10th) प्रधानमंत्री
भारत के दसवें प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर 1924 को मध्य प्रदेश के ग्वालियर में हुआ था। उनका परिवार एक मध्यमवर्गीय ब्राह्मण परिवार था। उनके पिता, कृष्ण बिहारी वाजपेयी, एक स्कूल शिक्षक और कवि थे, जिन्होंने अपने बेटे की शिक्षा और व्यक्तित्व के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
भारत के ग्यारहवें (11th)प्रधानमंत्री
एच. डी. देवेगौड़ा, भारत के ग्यारहवें प्रधानमंत्री, का जन्म 18 मई 1933 को कर्नाटक के हासन जिले में हुआ था। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा हासन जिले में प्राप्त की और मैसूर विश्वविद्यालय से सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा किया। 1950 के दशक में उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की और विभिन्न राजनीतिक दलों में सक्रिय भूमिका निभाई। 1 जून 1996 से 21 अप्रैल 1997 तक प्रधानमंत्री पद पर रहते हुए उन्होंने ग्रामीण विकास और कृषि सुधार पर ध्यान केंद्रित किया। प्रधानमंत्री पद छोड़ने के बाद भी देवेगौड़ा ने सक्रिय राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
भारत के बारहवें (12th) प्रधानमंत्री
इंद्र कुमार गुजराल भारत के बारहवें प्रधानमंत्री थे, जिनका जन्म 4 दिसंबर 1919 को पंजाब में हुआ था। उन्होंने अपनी शिक्षा पंजाब विश्वविद्यालय से पूरी की और लाहौर में उच्च शिक्षा प्राप्त की। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी माता-पिता के पुत्र होने के नाते, गुजराल ने स्वतंत्रता, न्याय और समानता के सिद्धांतों को अपने जीवन का हिस्सा बनाया। उन्होंने 1958 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल होकर अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की। प्रधानमंत्री के रूप में, उनका कार्यकाल 21 अप्रैल 1997 से 19 मार्च 1998 तक रहा, जहां उन्होंने ‘गुजराल सिद्धांत’ के तहत पड़ोसी देशों के साथ संबंध सुधारने के प्रयास किए। उनका निधन 30 नवंबर 2012 को हुआ, लेकिन उनकी विरासत और नीतियां आज भी भारतीय राजनीति और विदेश नीति में महत्वपूर्ण स्थान रखती हैं।
भारत के तेरहवें (13th) प्रधानमंत्री
भारत के तेरहवें प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर 1924 को मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर में हुआ था। वे अपने माता-पिता, कृष्णा देवी और पंडित कृष्ण बिहारी वाजपेयी, की सात संतानों में से एक थे। उनका परिवार एक शिक्षित और संस्कारी पृष्ठभूमि से था, जिसने उनके व्यक्तित्व और विचारधारा पर गहरा प्रभाव डाला।
भारत के चौदहवें (14th) प्रधानमंत्री
भारत के चौदहवें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्म 17 सितंबर 1950 को वडनगर, गुजरात में हुआ था। उनके प्रारंभिक जीवन और शिक्षा ने उनके दृढ़ निश्चय और नेतृत्व क्षमताओं को गहराई से प्रभावित किया। संघर्षमय बचपन और सीमित संसाधनों के बावजूद, मोदी ने राजनीति विज्ञान में स्नातक की डिग्री हासिल की। आरएसएस से जुड़कर उन्होंने भारतीय जनता पार्टी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और 2001 में गुजरात के मुख्यमंत्री बने। उनके नेतृत्व में ‘वाइब्रेंट गुजरात’ जैसी परियोजनाओं ने राज्य को प्रगति की दिशा में अग्रसर किया। 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में ऐतिहासिक जीत के बाद, मोदी ने स्वच्छ भारत अभियान, मेक इन इंडिया, और डिजिटल इंडिया जैसी महत्वपूर्ण नीतियों को लागू किया।
Discover more from Majhi Naukri
Subscribe to get the latest posts sent to your email.